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अमृत कुम्भ-2013, पृष्ठ – 56

AMRIT KUMBH - 2013
AMRIT KUMBH - 2013
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एक ही मानव शरीर के जीवन, ज्ञान और कर्म के

विभिन्न विषय क्षेत्र से मुख्य नाम

(सर्वोच्च, अन्तिम और दृश्य)

क्र.सं.विषय क्षेत्र सम्बन्धित क्षेत्र से मुख्य नाम
01.विश्व क्षेत्र विश्व संविधान/ साहित्य/ विचार/ सिद्धान्त/ प्रबन्ध/ दर्शन/ मत/ मानव/ एकता/शान्ति/विकास/स्थिरता/ आत्मा/ अभिनेता/ बुद्धि/ राजनीति/ क्रांति
02.राज्य क्षेत्र विश्व (राष्ट्र) ऐजेण्डा-2012 2012+ (WORLD NATION AGENDA-2000+)
विश्व व्यवस्था का अधिकतम एवं न्यूनतम साझा कार्यक्रम
03.समाज क्षेत्र लोक/ गण/ जन ऐजेण्डा-2012+ (PUBLIC AGENDA-2012+)
05.साहित्य क्षेत्र विश्व साहित्य- ”विश्वभारत“ साहित्य- आदर्श वैश्विक व्यक्ति चरित्र कथा साहित्य
07.सामाजशास्त्र मानक/ जन/ गण/ लोक शास्त्र
08.धर्मशास्त्र कर्मवेदः प्रथम, अन्तिम और पंचम वेद और आधारित उपनिषद्
09.मानक क्षेत्र मन की गुणवत्ता का विश्व मानक: शून्य श्रृंखला
10.अदृश्य विज्ञान दृश्य आध्यात्म विज्ञान
11.दृश्य विज्ञान धर्म विज्ञान या एकात्म विज्ञान (Integration Science)
12.इंजीनियरिंग सामाजिक अभियंत्रण (Social Engineering)
13.तकनीकी सामाजिक तकनीकी (Social Technology) : WCM-TLM-SHYAM.C Technology
14.संविधान विवादमुक्त तन्त्रों पर आधारित संविधान
15.राजनीति सत्य राजनीति/ राजनीति-2012+ (POLITICS-2012+)
16.संगठन विश्व राजनीतिक पार्टी संघ (World Political Parties Organition- WPPO)
17.शिक्षा पूर्णज्ञान/ पूर्ण शिक्षा प्रणाली/ शिक्षा -2012+ (EDUCATION-2012+)
18.राष्ट्र सम्बन्ध आदर्श राष्ट्रीय नागरिक
19.वेदान्त कर्म वेदान्त: वेदान्त की अन्तिम शाखा
20.मतवाद एकात्म कर्मवाद: एकात्म मानवतावाद का व्यवहारिक रुप
21.दार्शनिक विकास दर्शन (Development Philosophy)
22.क्रांति संपूर्ण क्रांति (Complete Revolution): प्रलय, स्थिति एवं सृष्टि
23.सांस्कृतिक भोगेश्वरः भोग (पाश्चात्य) + ईश्वर (प्राच्य) = एकात्म या ईश्वरत्व भाव से भोग
24.मन विश्व मन (WOLD MIND)
25.मानव विश्वमानव (विश्वमन से युक्त)
26.निराकार ब्रह्म सत्य-सिद्धान्त (UNIVERSAL UNIFIED TRUTH- THEORY) विश्व-बन्धुत्व का सिद्धान्त
27.साकार ब्रह्म लव कुश सिंह
28.धर्म स्थापक कृष्ण का भाग-दो और अन्तिम
04.धर्म क्षेत्र वेदान्त धर्म स्थापना
29.पुनर्जन्म स्वामी विवेकानन्द का भाग-दो और अन्तिम
30.अवतार भगवान विष्णु के दसवें और अन्तिम तथा भगवान शंकर के बाईसवें और अन्तिम संयुक्तावतार (निष्कलंक कल्कि एवं भोगेश्वर)
31.आत्मा दृश्य विश्वात्मा/ शिव/ ब्रह्म/ मैं
32.अभिनय वास्तविक जीवन का अभिनेता (Real life actor)
33.बम आध्यात्मिक न्यूट्रान बम
34.अस्त्र अनियन्त्रित पशुपास्त्र (नारायणास्त्र या सु-दर्शन चक्र व ब्रह्मास्त्र समाहित)
35.माया भोगमाया
36.ज्ञान एकात्म कर्मज्ञान (शास्वत): व्यष्ठि एवं समष्ठि
37.बुद्धि विश्व बुद्धि व चेतना या सत्य चेतना: पूर्व व्यक्त सत्य चेतना
39.ध्यान व योग दृश्य-सत्य-क्रियाकलाप-एकात्म योग व ध्यान: अन्तिम योग व ध्यान
41.मिशन प्राकृतिक सत्य मिशन (Natural Truth Mission)-सर्वोच्च और अन्तिम मिशन
42.धार्मिक नगर एकात्म काशी-सत्यकाशीः पंचम, अन्तिम तथा सप्तम काशी
43.शक्ति आत्मशक्ति (SPIRIT POWER) मस्तिष्क शक्ति (BRAIN POWER)
मन शक्ति (MIND POWER) सत्य शक्ति (TRUTH POWER)
44.जीवन कथा विश्वमानव लीला/दर्पण: दो विपरीत दिशाओं के साथ प्रथम एवं अन्तिम कथा
45.प्रेम और कर्म शास्वत प्रेम और कर्म
46.समन्वय अन्तिम समन्वय-सिद्धान्त
47.आचार्य अन्तिम समन्वयाचार्य
48.कला विश्वमानव कला (कृष्ण कला समाहित)

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